संगीत की उत्पत्ति





यदि साधारण शब्दों में कहा जाये तो अपनी भावनाओ को हम नाच गा कर या बजा कर करते  है | इस प्रकार गायन वादन व नृत्य के माध्यम से अपनी भावनाओ की अभिव्यक्ति को कला को हम संगीत कहते है | संगीत शब्द की उत्पत्ति "गीत" शब्द में सम शब्द को लगा कर मानी गयी है | यद्पि इन तीनो कलाओ का अपना अलग अस्तित्व है फिर भी यह किसी न किसी रूप में एक दूसरे को प्रभावित करते  है | अन्य शब्दों में गायन, वादन व नृत्य के समावेश को संगीत कहते है | संगीत में तीनो कलाओ में गायन को प्रधान मना जाता है, क्योंकी नृत्य वादन के आधीन है और वादन ,गायन के आधीन है| 
संगीत एक ऐसी कला है जो पाँचो कलाओ ( वस्तुकला ,चित्रकला, मूर्तिकला  ,काव्यकला  व् संगीतकला  ) में सबसे अधिक प्राचीन कला है | संगीत कला प्रचलन तो  कुछ  सालो से  नहीं अपितु आदि काल से  ही  है |.
प्राचीन काल में भी संगीत मानव जीवन का एक अभिन्नं अंग था जब मानव ने बोलना भी नहीं सिखा था संगीत का अस्तित्व तो उससे भी पहले से है  
प्राचीन काल  में  भी मानव अपने मन के भावो को नाचकर या गुनगुना कर प्रकट करते थे  
           संगीत  के  इतिहास  में  यह  कहना  अनुचित  न  होगा  की संगीत  का  अस्तित्व पृथ्वी  पर उतना  ही  पुराना है  जितना  पुराना जीवन ,...क्योकि  संगीत तो तभी से ही पृथ्वी  पर विधमान है जब  से  यहाँ  पर  जीवन  उत्पन्न  हुआ  .
संगीत इस सृष्टि के कण कण में व्याप्त है | चिडिओ का एक स्वर में चेहेकना , झरनो का गिरने से उत्तपन ध्वनि , भवरो की गुंजन सुनते है तो स्वय को कभी  कभी कितना आनंद विभोर  पाते है 
किसी  के कंठ से निकली मधुर आवाज, .. ये सभी मधुर ध्वनिया मिल कर एक मधुर संगीत का रूप धारण कर लेती  है जो हमारे मन को कभी शांति ,तो कभी मनोरंजन तो कभी रोमांच से भर देती है | संगीत का ही रूप है
वैसे संगीत उतना ही प्राचीन है जितना जीवन फिर भी विभिन्न धर्मो व विचारधाराओ के अनुसार संगीत क उत्पत्ति विषय  में अनेक मत पाए जाते है उदाहरण के लिए एक मान्यता के आधार पर संगीत  की उत्पत्ति का श्र्य देवी  देवताओ को दिया जाता है
यही कहा जाता है की ब्रहा जी ने सृष्टि के निर्माण के पश्चात् यह कला भगवान शिव को प्रदान की और भगवान शिव से फिर यह कला माँ सरस्वती ने प्राप्त की
इसके पश्चात्  नारद जी ने माता सरस्वती से यह विद्या प्राप्त की व इसका प्रचार प्रसार देवलोक व पृथ्वी  लोक पर अन्य ऋषियों की सहायता से किया 
इस प्रकार संगीत की उत्पत्ति के सम्बन्ध में एक मान्यता यह भी है के... एक फ़ारसी विद्वान ने संगीत की उत्पत्ति का कारन एक पक्षी को बताया है जिसका नाम मुसिकार है जो पहाड़ी क्षेत्र का पक्षी है 
कुछ विद्वानों के मत अनुसार संगीत शब्द की उतपत्ती "ओउम '"शब्द से हुई है. इसी प्रकार अन्य और कई मान्यताये है जो संगीत के क्षेत्र की व्यापकता और इतिहास से जुड़े है संगीत मानव जीवन के हर क्षेत्र को प्रभवित करता हैं

   


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